स्मिता की धड़कन अपराध बोध से उबरकर आगे आने वाले भंवर का अहसास करा रही थी। स्मिता की धड़कन अपराध बोध से उबरकर आगे आने वाले भंवर का अहसास करा रही थी।
मैं आज अठारह वर्षों के बाद भी उस अपराध बोध से मुक्त नहीं हो पायी हूँ। मैं आज अठारह वर्षों के बाद भी उस अपराध बोध से मुक्त नहीं हो पायी हूँ।
विचारों के भंवर से अनामिका शायद अब भी ना निकलती अगर उसकी सासू मां ने उसे आवाज ना दी हो विचारों के भंवर से अनामिका शायद अब भी ना निकलती अगर उसकी सासू मां ने उसे आवाज ना...
यहां लीची मिलता है क्या" ?इसी बीच सवाल से स्तब्ध ही थे, कि फिर पूछा गया और "सतपुतिया? यहां लीची मिलता है क्या" ?इसी बीच सवाल से स्तब्ध ही थे, कि फिर पूछा गया और "सतपु...
वह अपने बेटे को देख अपराध बोध में आकंठ डूबता जा रहा था। वह अपने बेटे को देख अपराध बोध में आकंठ डूबता जा रहा था।
सौंदर्य कोई शब्द नही है जो सुनाई दे। सौंदर्य कोई शब्द नही है जो सुनाई दे।